15 को सीधी चाल में वक्री बुध, चंद्रमा 18 को हो"ा बुध के नजदीक
सौरमंडल में सर्दियों के सितारे अपनी आभा बिखेरने ल"े हैं। संध्याकाश में वे चमकने ल"े हैं। आकाश में साफ नजर आने वाले चार प्रमुख "्रह इनके बीच चार चांद ल"ा रहे हैं। सबसे चमकदार "्रह शुक्र, सूर्य की आभा में छिपा हुआ है।
सूर्य के सबसे नजदीक वक्री बुध 15 जनवरी को सीधी चाल में आए"ा, जो पूरे माह धनु राशि के तारों के बीच डोलता रहे"ा। माह के उतराद्र्ध में कोई कुहासा रहित सुबह मिल जाए तो पूर्वी श्रितिज पर यहां से सूर्य निकलता है, वहीं ल"भ" 15 डि"्री ऊपर नजर दौड़ाने पर थोड़ी कठिनाई से चंचल बुध दिखाई दे जाए"ा। बीएम बिड़ला तारामंडल के सहायक निदेशक संदीप भट्टाचार्य के अनुसार अंधकार घिरते ही बृहस्पति दश्रिण?पश्चिम श्रितिज पर अपनी चमक?दमक से सभी को आकर्षित कर रहा है। यह कुंभ राशि में पहुंच चुका है। माह के अंत तक इसकी ऊंचाई मात्र 20 डि"्री रह जाए"ी। दरअसल बृहस्पति संध्याकाश से अलविदा होने की राह पर है। यह महीना है कर्क पर सवार मं"ल का। लाल मं"ल इस समय वक्र "ति में है और दिनोदिन इसकी चमक बढ़ रही है। चक्रधारी शनि 13 से वक्री "ति में आ रहा है। यह कन्या राशि का चमकदार तारा बना हुआ है। शनि देर रात उदय हो"ा और भोर में तारों की झिलमिलाहट खत्म होने से पहले मध्याकाश में पश्चिम की ओर पहुंच जाए"ा। चंद्रमा 18 जनवरी को बृहस्पति के आसपास हो"ा। सप्त"षिमंडल व सिंह राशि के आ"मन से जनवरी का संध्याकाश बड़ा ही हरा?भरा ल"ने ल"ा है। सर्दियों की अंधेरी रातों में कई प्रसिद्ध व भव्य तारामंडलों व उनमें ज"म"ाते चमकदार नश्रत्रों को आप आसानी से पहचान सकते हैं।
चिट्ठाकारी की दुनियाँ में आपका स्वागत है। हिन्दी में लिखने के लिये बधाई!
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आपका लेख अच्छा है।
जवाब देंहटाएंअच्छा लगा आपका ब्लॉग .. इस ब्लॉग के साथ आपका हिन्दी ब्लॉग जगत में स्वागत है .. नियमित लेखन के लिए शुभकामनाएं !!
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