मंगलवार, 27 जुलाई 2010

झूमती फिजाओं और महकती हवाओं ने चढ़ाए शिव को श्रद्धा के फूल


घंटे व घडिय़ालों से गूंजे शिवालय
सावन की फुहारों के साथ ही मंगलवार को शिव के सावन का आगाज हो गया। झूमती फिजाओं और महकती हवाओं ने सुबह शिव मंदिरों में श्रद्धा के फूल चढ़ाए।
यूं तो आषाढ़ की पूर्णिमा से ही मंदिरों में सावन की पूजा-अर्चना का दौर शुरू हो गया था। मगर मंगलवार से शुरू हुए श्रावण के पहले दिन शहर के मंदिर बम भोले और ओम नम: शिवाय के जयकारों से गूंज उठे। इसके साथ ही कई मंदिरों में सहस्रघटाभिषेक, रुद्राभिषेक व जलाभिषेक का दौर भी शुरू हुआ। साथ ही मंदिर शिव चालीसा, रुद्रपाठ, शिव महिमा और शिव स्त्रोत के साथ ही वैदिक मंत्रों की ऋचाओं से गूंज रहे थे।
दूसरी ओर, कावडिय़ों ने गलता तीर्थ से गालव गंगा का पवित्र जल लाकर शिव का अभिषेक किया। इस मौके पर शहर के प्रमुख मंदिर ताड़केश्वर महादेव मंदिर, क्विंस रोड स्थित झाडख़ंड महादेव मंदिर, बनीपार्क स्थित जंगलेश्वर महादेव मंदिर, झोटवाड़ा रोड स्थित चमत्मकारेश्वर महादेव मंदिर, धूलेश्वर गार्डन स्थित धूलेश्वर बाग और कूकस स्थित सदाशिव ज्योतिर्लिंगेश्वर महादेव मंदिर सहित अन्य मंदिरों में भक्तों की भीड़ रही।

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