बुधवार, 11 अगस्त 2010

पारंपरिक पर्व तीज आज

महिलाएं और युवतियां तीज माता से करेंगी अखंड सौभाग्य की कामना,सिंजारे का रहा बेसब्री से इंतजार
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पारंपरिक पर्व तीज गुरुवार को हर्षोल्लास से मनाया जाएगा। इस इस मौके पर चारों ओर तीज के पद गूंज उठेंगे।
महिलाएं और युवतियां लहरिया पहनकर व सोलह शृंगार कर ताल-तलैया के पास तीज माता का पूजन करेंगी। तीज माता से अखंड सौभाग्य की कामना करेंगी। तीज से पहले बुधवार को सिंजारा मनाया गया। इस दौरान घर—-घर में घेवरों और मेहंदी की महक छाई रही। बाजारों में घेवरों और लहरिया खरीदने वालों की भीड़ रही। नवविवाहित युवतियों के लिए और सगाई का पहला सिंजारा ससुराल पक्ष की ओर से भेजा गया। इसमें सुहाग सामग्र्री के साथ घेवर आदि मिठाईयां भेजी गई। इस दौरान नवविवाहित घरों में सिंजारे का बेसब्री से इंतजार रहा। महिलाओं और कन्याओं ने मेहंदी रचाई।
ठाठ-बाट से निकलेगी तीज माता की सवारी
पर्यटन विभाग की ओर से जनानी ड्ïयोढ़ी से पारंपरिक तीज की सवारी निकाली जाएगी। सवारी शाही लवाजमे के साथ शाम 6 बजे रवाना होगी। लवाजमे में हाथी,घोड़े, ऊंट के साथ में कच्छी घोड़ी, अलगोजा, बहरूपिया, कालबेलिया, चकरी और बूंदी के बैल अपनी प्रस्तुति देंगे। इस दौरान लोकनर्तक व अन्य कलाकार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देंगे। सवारी विभिन्न मार्र्गों से होकर चौगान स्टेडियम पहुंचकर विसर्जित होगी। इस मौके पर त्रिपोलिया गेट पर हिंद होटल पर दर्शकों व विदेशी पर्यटकों के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी। शुक्रवार को बूढ़ी तीज की सवारी निकाली जाएगी।

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